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Wednesday, 4 September 2024

सीख: किसी रिश्ते में खुश रहने के लिए हमें एक-दूसरे की कमियों को नजरअंदाज करना

 राहुल और रिया की शादी धूमधाम से हुई थी। रिया बेहद खूबसूरत थी, और उसकी सुंदरता को देखकर हर कोई उसकी तारीफ करता था। शादी के बाद राहुल ने अपनी पत्नी को बहुत प्यार किया और उसकी खूबसूरती की हर दिन सराहना करता रहता। रिया की सुंदरता में जैसे चार चांद लगे हों, और राहुल की नजरें उससे हटती ही नहीं थीं। उनकी ज़िंदगी प्यार और खुशी से भरी हुई थी। दोनों एक-दूसरे को बिना शर्त प्यार करते थे, और हर दिन उनकी मोहब्बत पहले से ज्यादा गहरी हो रही थी।


समय बीतता गया, लेकिन कुछ महीनों बाद रिया को अचानक एक त्वचा रोग हो गया। उसकी त्वचा पर दाग-धब्बे दिखने लगे, और धीरे-धीरे उसकी खूबसूरती खोने लगी। रिया को इस बात का बहुत डर था कि उसकी सुंदरता खत्म हो रही है, और कहीं राहुल उससे नफरत न करने लगे। उसकी सुंदरता ही तो उनकी शादी की पहचान थी, और अब जब वह खत्म हो रही थी, तो उसके मन में बेचैनी बढ़ने लगी। वह अक्सर खुद को शीशे में देखकर उदास हो जाती और सोचती कि जब राहुल उसकी इस हालत को देखेगा, तो क्या वह उससे पहले की तरह प्यार करेगा?


कुछ ही दिनों बाद राहुल को किसी जरूरी काम से शहर से बाहर जाना पड़ा। रिया ने उसे विदा किया, लेकिन उसके मन में बेचैनी थी। कुछ समय बाद, जब राहुल घर लौट रहा था, तो उसका एक भयानक हादसे में एक्सीडेंट हो गया। इस हादसे में उसने अपनी आंखों की रोशनी हमेशा के लिए खो दी। यह खबर सुनकर रिया टूट गई, लेकिन उसने हिम्मत नहीं हारी। उसने अपने पति का ध्यान रखा और उनकी देखभाल में कोई कसर नहीं छोड़ी।


अब दोनों की ज़िंदगी बदल चुकी थी। रिया अब पहले की तरह खूबसूरत नहीं रही, लेकिन उसे इस बात की तसल्ली थी कि राहुल अंधा हो चुका है और वह उसकी बदसूरती को नहीं देख सकता। इस बीच, रिया का त्वचा रोग और बढ़ता गया, और उसकी सुंदरता पूरी तरह समाप्त हो गई। वह बदसूरत हो गई थी, लेकिन राहुल की आंखों की रोशनी न होने के कारण उनके रिश्ते पर इसका कोई असर नहीं पड़ा। राहुल उसे वैसे ही प्यार करता रहा, जैसे पहले करता था। उनके बीच का रिश्ता उतना ही मजबूत और प्यार भरा रहा, जितना पहले था।


समय बीतता गया, और एक दिन अचानक रिया की तबीयत बिगड़ गई। कुछ समय बाद, वह दुनिया से चली गई। राहुल को गहरा सदमा लगा। उसने अपनी जिंदगी का सबसे अनमोल साथी खो दिया था। रिया के जाने के बाद, वह बिल्कुल अकेला हो गया। उसने खुद को संभालने की कोशिश की, लेकिन रिया की यादें उसे चैन से जीने नहीं दे रही थीं।


रिया की अंतिम संस्कार की सारी रस्में पूरी होने के बाद, राहुल ने फैसला किया कि वह इस शहर को छोड़कर कहीं और चला जाएगा। उसने अपना सामान पैक किया और रवाना होने की तैयारी करने लगा। तभी एक परिचित व्यक्ति, जो उनके रिश्ते के बारे में जानता था, उसके पास आया और बोला, "राहुल भाई, अब आप अकेले कैसे चलेंगे? इतने सालों तक तो रिया आपका सहारा थी। अब वह नहीं रही, तो आप कैसे अपने आप को संभालेंगे?"


राहुल ने हल्की सी मुस्कान के साथ जवाब दिया, "दोस्त, मैं अंधा नहीं हूं। मैंने अंधे होने का सिर्फ दिखावा किया था। जब रिया की खूबसूरती खोने लगी थी, तो मुझे एहसास हुआ कि अगर उसे पता चल गया कि मैं उसकी बदसूरती देख सकता हूं, तो वह बहुत दुखी हो जाएगी। इसलिए, मैंने उसके सामने अपनी आंखों की रोशनी खो देने का नाटक किया। मैं बस उसे खुश रखना चाहता था। वह मेरी पत्नी थी, और मुझे उससे पहले की तरह प्यार था।"


राहुल की आंखों में आंसू थे, लेकिन उन आंसुओं में प्यार और बलिदान की एक गहरी कहानी थी। उसने रिया की कमजोरी को कभी उजागर नहीं किया, क्योंकि वह जानता था कि उसकी खुशी उसकी सुंदरता में नहीं, बल्कि उनके रिश्ते की गहराई में थी।


सीख: किसी रिश्ते में खुश रहने के लिए हमें एक-दूसरे की कमियों को नजरअंदाज करना आना चाहिए। यदि हम हर कमी पर ध्यान देंगे, तो रिश्ते में प्यार कम होता जाएगा। लेकिन अगर हम एक-दूसरे को वैसे ही स्वीकार करेंगे जैसे वे हैं, तो प्यार और रिश्ते की मजबूती कभी खत्म नहीं होगी।

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