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Saturday, 15 August 2020
Wednesday, 29 July 2020
मध्य प्रदेश जेल प्रहरी भर्ती
दोस्तों आज मैंने मध्य प्रदेश जेल प्रहरी भर्ती का विज्ञापन देखा।जिसमें पदों की संख्या 338 दर्शाई गई है।कोविड-19 की महामारी को लेकर देश में पहले ही भूचाल आ रखा है।जिसमें काफी लोग घर से बेघर हो गये। काफी लोग बेरोजगार हो गये है। ऐसे हालात में लोगों के साथ में भर्ती के नाम पर खिलवाड़ करना यह बहुत गलत बात।सरकार 338 लोगों की भर्ती के लिए लगभग 500000 लोगों से फॉर्म भरवाऐग।और उन बेरोजगारों से काफी मोटी रकम वसूल कर के। और उन्हीं के जमा किए हुए पैसे मै से सरकार उनको लगभग 10 साल की सैलरी भी दे देगी। इसका आकलन आप भी कर सकते हो जैसे---->भती संख्या 338
फार्म भरने वालों की संख्या लगभग 500000,
पर कैंडिडेट।एवरेज।₹250/
500000*250=125000000/-
पर कैंडिडेट एग्जाम चार्ज।लगभग 50 रुपए।
जमा125000000- खर्चा,25000000।
बचत,₹100000000,
मेरा सरकार से निवेदन है की आप भर्ती करें ।लेकिन भर्ती संख्या में।बढ़ोतरी करें।या फिर जेल प्रहरी के अलावा अन्य विभाग की भर्ती भी सामील करें।ताकि कम समय में ज्यादा लोगों को रोजगार देने का प्रयास हो।
और मेरिट का क्राइटेरिया भी निर्धारित हो।
जैसे कि-->70% लाने वाले कैंडिडेट।(5 वर्ष या 3 वर्ष)के लिए।
भविष्य में होने वाली भर्ती के लिए।वेटिंग लिस्ट में हो (या रिजर्व हो)ऐसा करने से वास्तव में पढ़ने वाले बच्चों के भविष्य के साथ में सही न्याय होगा।और समय के साथ पैसों की बचत भी होगी। ,,,प्रस्ताव अच्छा लगे तो आगे शेयर जरूर करे। ,,
भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलामजी की पुण्य-तिथि के अवसर पर उनके यशस्वी कृतित्व, उनकी स्मृति को शत शत वंदन
एक महान वैज्ञानिक और मानवतावादी जन-नायक के रूप में उन्होंने राष्ट्र के समक्ष उत्कृष्टता के अनुकरणीय मानदंड स्थापित किए।
जय हिंद जय भारत!
फार्म भरने वालों की संख्या लगभग 500000,
पर कैंडिडेट।एवरेज।₹250/
500000*250=125000000/-
पर कैंडिडेट एग्जाम चार्ज।लगभग 50 रुपए।
जमा125000000- खर्चा,25000000।
बचत,₹100000000,
मेरा सरकार से निवेदन है की आप भर्ती करें ।लेकिन भर्ती संख्या में।बढ़ोतरी करें।या फिर जेल प्रहरी के अलावा अन्य विभाग की भर्ती भी सामील करें।ताकि कम समय में ज्यादा लोगों को रोजगार देने का प्रयास हो।
और मेरिट का क्राइटेरिया भी निर्धारित हो।
जैसे कि-->70% लाने वाले कैंडिडेट।(5 वर्ष या 3 वर्ष)के लिए।
भविष्य में होने वाली भर्ती के लिए।वेटिंग लिस्ट में हो (या रिजर्व हो)ऐसा करने से वास्तव में पढ़ने वाले बच्चों के भविष्य के साथ में सही न्याय होगा।और समय के साथ पैसों की बचत भी होगी। ,,,प्रस्ताव अच्छा लगे तो आगे शेयर जरूर करे। ,,
भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलामजी की पुण्य-तिथि के अवसर पर उनके यशस्वी कृतित्व, उनकी स्मृति को शत शत वंदन
एक महान वैज्ञानिक और मानवतावादी जन-नायक के रूप में उन्होंने राष्ट्र के समक्ष उत्कृष्टता के अनुकरणीय मानदंड स्थापित किए।
जय हिंद जय भारत!
Friday, 8 May 2020
अच्छे विचार कोविड-19
आज पूरा विश्व कोरोना वायरस की वजह से लाकड़ौन में है।
देश के हालात दिन प्रतिदिन बिगड़ते जा रहे हैं।
मजदूर था वह मजबूर हो....रोजगार उससे दूर हो गया।
मै बेरोजगारी को बढ़ाते हुऐ। एक छोटा सा उपाय दे रहा हु ....
21 हजार रूपये प्रति माह और 8 घंटे ड्यूटी कर के नगर सैनिक अपनी सेवा दे रहे है.
और पुलिस वाले 19500 रूपये प्रति माह से 24 घंटे अपनी सेवा दे रहे है।
और अभी भी अपने प्रदेश में पुलिस बल की कमी है।
तो सरकार से मेरा अनुरोध है।निवेदन। है ।कि क्यों न प्रदेश के बेरोजगार। सेवा देने के इच्छुक उम्मीदवार।पुलिस भर्ती मिलिट्री भर्ती की तैयारी करने वाली युवा बेरोजगार को नगर सैनिक में भर्ती करा कर 5 या 6 हजार रूपये प्रति माह दे कर । 8 घंटे अपनी सेवा अपने जिले में दे अस्थाई तोर पर कराई जाए। उनको नगर सैनिक की प्रशिक्षण भी दिया जाये।और प्रदेश को बल की कमी भी नही होगी और कानून व्यवस्था भी सही चलेगी और प्रदेश सरकार पर कोई भार भी नही आएगा।.....एक छोटी सी उम्मीद बडा सहारा बन संकती है।
यह हमारे देश के सच्चे देशभक्ति,युवा बेरोजगार।को फार्म भरने का मौका दिया जाए।
सुनिल राठोड.
बुराहनपुर.बोदरली
झूठ भी बोला जाता है
और सच भी छुपाया जाता है
जिंदगी जीने के लिए यहां
हर रास्ता अपनाया जाता है
एक बाेतल शराब के लिए,
कतार मे जिंदगी लेकर खडा हाे गया,
माैत का डर ताे वहम था,
आज नशा जिंदगी से बडा हाे गया 🍻
अगर शराब की दुकान खोलने से कोरोना फैलता है तो हम सरकार को कभी माफ नहीं करेगे
क्योंकि हम अच्छे नागरिक की तरह 2 महीने से लॉक डाउन का पूरी ईमानदारी से पालन कर रहे।
एक छोटी सी गलती पूरे लॉकडाउन को बिगाड़ सकती है
मजदूर था वह मजबूर हो
रोजगार उससे दूर हो गया।
सरहदें तो लगी थी अमीरो ने ईसमे
गरीब का क्या कसूर हो गया?
*"परिवार हो या संगठन"*
*सफलता का राज....*
*एक दूसरे के 'विचारों'*
*को सुनना*
*और.......*
*सम्मान देना हैं...!!*
Be careful stay safe stay alert stay home.
देश के हालात दिन प्रतिदिन बिगड़ते जा रहे हैं।
मजदूर था वह मजबूर हो....रोजगार उससे दूर हो गया।
मै बेरोजगारी को बढ़ाते हुऐ। एक छोटा सा उपाय दे रहा हु ....
21 हजार रूपये प्रति माह और 8 घंटे ड्यूटी कर के नगर सैनिक अपनी सेवा दे रहे है.
और पुलिस वाले 19500 रूपये प्रति माह से 24 घंटे अपनी सेवा दे रहे है।
और अभी भी अपने प्रदेश में पुलिस बल की कमी है।
तो सरकार से मेरा अनुरोध है।निवेदन। है ।कि क्यों न प्रदेश के बेरोजगार। सेवा देने के इच्छुक उम्मीदवार।पुलिस भर्ती मिलिट्री भर्ती की तैयारी करने वाली युवा बेरोजगार को नगर सैनिक में भर्ती करा कर 5 या 6 हजार रूपये प्रति माह दे कर । 8 घंटे अपनी सेवा अपने जिले में दे अस्थाई तोर पर कराई जाए। उनको नगर सैनिक की प्रशिक्षण भी दिया जाये।और प्रदेश को बल की कमी भी नही होगी और कानून व्यवस्था भी सही चलेगी और प्रदेश सरकार पर कोई भार भी नही आएगा।.....एक छोटी सी उम्मीद बडा सहारा बन संकती है।
यह हमारे देश के सच्चे देशभक्ति,युवा बेरोजगार।को फार्म भरने का मौका दिया जाए।
सुनिल राठोड.
बुराहनपुर.बोदरली
झूठ भी बोला जाता है
और सच भी छुपाया जाता है
जिंदगी जीने के लिए यहां
हर रास्ता अपनाया जाता है
एक बाेतल शराब के लिए,
कतार मे जिंदगी लेकर खडा हाे गया,
माैत का डर ताे वहम था,
आज नशा जिंदगी से बडा हाे गया 🍻
अगर शराब की दुकान खोलने से कोरोना फैलता है तो हम सरकार को कभी माफ नहीं करेगे
क्योंकि हम अच्छे नागरिक की तरह 2 महीने से लॉक डाउन का पूरी ईमानदारी से पालन कर रहे।
एक छोटी सी गलती पूरे लॉकडाउन को बिगाड़ सकती है
मजदूर था वह मजबूर हो
रोजगार उससे दूर हो गया।
सरहदें तो लगी थी अमीरो ने ईसमे
गरीब का क्या कसूर हो गया?
*"परिवार हो या संगठन"*
*सफलता का राज....*
*एक दूसरे के 'विचारों'*
*को सुनना*
*और.......*
*सम्मान देना हैं...!!*
Be careful stay safe stay alert stay home.
Tuesday, 5 May 2020
कविता कोविड-19
मंदिर-मस्जिद बंद कराकर ,
लटका विद्यालय पर ताला !
सरकारों को खूब भा रही ,
धन बरसाती मधुशाला !! 😐
डिस्टेंसिंग की ऐसी तैसी ,
लाकडाउन को धो डाला !
भक्तों के व्याकुल हृदयों पर
रस बरसाती मधुशाला ।।😐
बन्द रहेंगे मंदिर मस्ज़िद ,
खुली रहेंगी मधुशाला।
ये कैसे महामारी है ,
सोच रहा ऊपरवाला।।😐
नशा मुक्त हो जाता भारत
तो कैसे चलती मधुशाला
व्यवसाय रुका है उन गरीबों का,
जो नोट की जपते थे माला।।😐
नहीं मिल रहा राशन पानी,
मगर मिलेगी मधुशाला।
भाड़ में जाए जनता बेचारी,
दर्द में है पीने वाला।।😐
आपत्ति नहीं जताओ कोई,
खुलने दो ये मधुशाला।
कोराना मुक्त होगा भारत,
जब ठेके पर चलेंगे त्रिशूल और भाला।।😐
मेरी विनती है तुम सब से,
गर जाए कोई मधुशाला।
वापिस ना आने दो उसको,
तुम बंद करो घर का ताला।।😐
दुनिया है बरबाद,
और इन्हे चाहिए मधुशाला।
घर में ही रह लो पागल लोगो,
ना बचा पाएगा वो रखवाला।।😐
मंदिर मस्जिद बंद पड़े हैं,
मगर खुलेंगी मधुशाला।
ये कैसे महामारी है,
सोच रहा ऊपर वाला।।😐
Taken from whatsapp
लटका विद्यालय पर ताला !
सरकारों को खूब भा रही ,
धन बरसाती मधुशाला !! 😐
डिस्टेंसिंग की ऐसी तैसी ,
लाकडाउन को धो डाला !
भक्तों के व्याकुल हृदयों पर
रस बरसाती मधुशाला ।।😐
बन्द रहेंगे मंदिर मस्ज़िद ,
खुली रहेंगी मधुशाला।
ये कैसे महामारी है ,
सोच रहा ऊपरवाला।।😐
नशा मुक्त हो जाता भारत
तो कैसे चलती मधुशाला
व्यवसाय रुका है उन गरीबों का,
जो नोट की जपते थे माला।।😐
नहीं मिल रहा राशन पानी,
मगर मिलेगी मधुशाला।
भाड़ में जाए जनता बेचारी,
दर्द में है पीने वाला।।😐
आपत्ति नहीं जताओ कोई,
खुलने दो ये मधुशाला।
कोराना मुक्त होगा भारत,
जब ठेके पर चलेंगे त्रिशूल और भाला।।😐
मेरी विनती है तुम सब से,
गर जाए कोई मधुशाला।
वापिस ना आने दो उसको,
तुम बंद करो घर का ताला।।😐
दुनिया है बरबाद,
और इन्हे चाहिए मधुशाला।
घर में ही रह लो पागल लोगो,
ना बचा पाएगा वो रखवाला।।😐
मंदिर मस्जिद बंद पड़े हैं,
मगर खुलेंगी मधुशाला।
ये कैसे महामारी है,
सोच रहा ऊपर वाला।।😐
Taken from whatsapp
Monday, 4 May 2020
मैंने एक फूल से कहा...क़विता (Taken from whatsapp)
*मैंने एक फूल से कहा*:...
कल तुम मुरझा जाओगे:..!*फिर क्यों मुस्कुराते हो* ..?
व्यर्थ में यह ताजगी ...
*किस लिए लुटाते हो* ..??
फूल चुप रहा...!!
*इतने में एक तितली आई* ..!
पल भर आनंद लिया ..!
*उड गई* ..!!
एक भौंरा आया..!
*गान सुनाया* ..!
सुगंध बटोरी..!
*और आगे बढ गया* ..!!
एक मधुमक्खी आई..!
*पल भर भिन भिनाई* ..!
पराग समेटा ..! और ...
*झूमती गाती चली गई* ..!!
खेलते हुए एक बालक ने ...
*स्पर्श सुख लिया* ..!
रूप-लावण्य निहारा..!
*मुस्कुराया*..! और...
खेलने लग गया..!!
*तब फूल बोला*:-----
मित्र: !
*क्षण भर को ही सही*:...
मेरे जीवन ने कितनों...
*को सुख दिया* ..!
क्या तुमने भी कभी..?
*ऐसा किया* ..???
कल की चिन्ता में ...
*आज के आनंद में* ...
विराम क्यो करूँ..?
*माटी ने जो* ...
रूप; रंग; रस; गंध दिए ..!
*उसे बदनाम क्यो करूँ*..?
मैं हँसता हूँ..! क्योंकि...
*हँसना मुझे आता हैं* ..!
मैं खिलता हूँ..! क्योंकि ...
*खिलना मुझे सुहाता हैं* ..!
मैं मुरझा गया तो क्या ..?
*कल फिर एक* ...
नया फूल खिलेगा ..!
*न कभी मुस्कान* रुकी हैं .. _नही सुगंध_ ...!!
*जीवन तो एक* सिलसिला है ..!
*इसी तरह चलेगा* :!!
जो आपको मिला है ...
*उस में खुश रहिये* ..!
और प्रभु का ...
*शुक्रिया कीजिए* ..!
क्योंकि आप जो ...
*जीवन जी रहे हैं* ...
वो जीवन कई लोगों ने ...
*देखा तक नहीं है*..!
खुश रहिये ..!
*मुस्कुराते रहिये* ..!
और अपनों को भी ...
*खुश रखिए* ..!
व्हाट्सएप से लिया।
Taken from whatsapp
Saturday, 25 April 2020
Ashutosh Rana ji ki Best kavita
हे भारत के राम जगो, मैं तुम्हे जगाने आया हूँ,
सौ धर्मों का धर्म एक, बलिदान बताने आया हूँ ।
सुनो हिमालय कैद हुआ है, दुश्मन की जंजीरों में
आज बता दो कितना पानी, है भारत के वीरो में,
खड़ी शत्रु की फौज द्वार पर, आज तुम्हे ललकार रही,
सोये सिंह जगो भारत के, माता तुम्हे पुकार रही ।
रण की भेरी बज रही, उठो मोह निद्रा त्यागो,
पहला शीष चढाने वाले, माँ के वीर पुत्र जागो।
बलिदानों के वज्रदंड पर, देशभक्त की ध्वजा जगे,
और रण के कंकण पहने है, वो राष्ट्रभक्त की भुजा जगे ।।
अग्नि पंथ के पंथी जागो, शीष हथेली पर धरकर,
जागो रक्त के भक्त लाडले, जागो सिर के सौदागर,
खप्पर वाली काली जागे, जागे दुर्गा बर्बंडा,
और रक्त बीज का रक्त चाटने, वाली जागे चामुंडा ।
नर मुंडो की माला वाला, जगे कपाली कैलाशी,
रण की चंडी घर घर नाचे, मौत कहे प्यासी प्यासी,
रावण का वध स्वयं करूँगा, कहने वाला राम जगे,
और कौरव शेष न एक बचेगा, कहने वाला श्याम जगे ।।
परशुराम का परशु जगे, रघुनन्दन का बाण जगे ,
यदुनंदन का चक्र जगे, अर्जुन का धनुष महान जगे,
चोटी वाला चाणक्य जगे, पौरुष का पुरष महान जगे
और सेल्यूकस को कसने वाला, चन्द्रगुप्त बलवान जगे ।
हठी हमीर जगे जिसने, झुकना कभी नहीं जाना,
जगे पद्मिनी का जौहर, जागे केसरिया बाना,
देशभक्ति का जीवित झण्डा, आजादी का दीवाना,
और वह प्रताप का सिंह जगे, वो हल्दी घाटी का राणा ।।
दक्खिन वाला जगे शिवाजी, खून शाहजी का ताजा,
मरने की हठ ठाना करते, विकट मराठो के राजा,
छत्रसाल बुंदेला जागे, पंजाबी कृपाण जगे,
दो दिन जिया शेर के माफिक, वो टीपू सुल्तान जगे ।
कनवाहे का जगे मोर्चा, जगे झाँसी की रानी,
अहमदशाह जगे लखनऊ का, जगे कुंवर सिंह बलिदानी,
कलवाहे का जगे मोर्चा, पानीपत मैदान जगे,
जगे भगत सिंह की फांसी, राजगुरु के प्राण जगे ।।
जिसकी छोटी सी लकुटी से (बापू ), संगीने भी हार गयी,
हिटलर को जीता वे फौजेे, सात समुन्दर पार गयी,
मानवता का प्राण जगे, और भारत का अभिमान जगे,
उस लकुटि और लंगोटी वाले, बापू का बलिदान जगे।
आजादी की दुल्हन को जो, सबसे पहले चूम गया,
स्वयं कफ़न की गाँठ बाँधकर, सातों भावर घूम गया,
उस सुभाष की शान जगे, उस सुभाष की आन जगे,
ये भारत देश महान जगे, ये भारत की संतान जगे ।।
क्या कहते हो मेरे भारत से चीनी टकराएंगे ?
अरे चीनी को तो हम पानी में घोल घोल पी जाएंगे,
वह बर्बर था वह अशुद्ध था, हमने उनको शुद्ध किया,
हमने उनको बुद्ध दिया था, उसने हमको युद्ध दिया ।
आज बँधा है कफ़न शीष पर, जिसको आना है आ जाओ,
चाओ-माओ चीनी-मीनी, जिसमें दम हो टकराओ
जिसके रण से बनता है, रण का केसरिया बाना,
ओ कश्मीर हड़पने वाले, कान खोल सुनते जाना ।।
रण के खेतो में जब छायेगा, अमर मृत्यु का सन्नाटा,
लाशो की जब रोटी होंगी, और बारूदों का आटा,
सन सन करते वीर चलेंगे, जो बामी से फन वाला,
फिर चाहे रावलपिंडी वाले हो, या हो पेकिंग वाला ।
जो हमसे टकराएगा, वो चूर चूर हो जायेगा,
इस मिटटी को छूने वाला, मिटटी में मिल जायेगा,
मैं घर घर में इन्कलाब की, आग लगाने आया हूँ,
हे भारत के राम जगो, मैं तुम्हे जगाने आया हूं ।। - 2
सौ धर्मों का धर्म एक, बलिदान बताने आया हूँ ।
सुनो हिमालय कैद हुआ है, दुश्मन की जंजीरों में
आज बता दो कितना पानी, है भारत के वीरो में,
खड़ी शत्रु की फौज द्वार पर, आज तुम्हे ललकार रही,
सोये सिंह जगो भारत के, माता तुम्हे पुकार रही ।
रण की भेरी बज रही, उठो मोह निद्रा त्यागो,
पहला शीष चढाने वाले, माँ के वीर पुत्र जागो।
बलिदानों के वज्रदंड पर, देशभक्त की ध्वजा जगे,
और रण के कंकण पहने है, वो राष्ट्रभक्त की भुजा जगे ।।
अग्नि पंथ के पंथी जागो, शीष हथेली पर धरकर,
जागो रक्त के भक्त लाडले, जागो सिर के सौदागर,
खप्पर वाली काली जागे, जागे दुर्गा बर्बंडा,
और रक्त बीज का रक्त चाटने, वाली जागे चामुंडा ।
नर मुंडो की माला वाला, जगे कपाली कैलाशी,
रण की चंडी घर घर नाचे, मौत कहे प्यासी प्यासी,
रावण का वध स्वयं करूँगा, कहने वाला राम जगे,
और कौरव शेष न एक बचेगा, कहने वाला श्याम जगे ।।
परशुराम का परशु जगे, रघुनन्दन का बाण जगे ,
यदुनंदन का चक्र जगे, अर्जुन का धनुष महान जगे,
चोटी वाला चाणक्य जगे, पौरुष का पुरष महान जगे
और सेल्यूकस को कसने वाला, चन्द्रगुप्त बलवान जगे ।
हठी हमीर जगे जिसने, झुकना कभी नहीं जाना,
जगे पद्मिनी का जौहर, जागे केसरिया बाना,
देशभक्ति का जीवित झण्डा, आजादी का दीवाना,
और वह प्रताप का सिंह जगे, वो हल्दी घाटी का राणा ।।
दक्खिन वाला जगे शिवाजी, खून शाहजी का ताजा,
मरने की हठ ठाना करते, विकट मराठो के राजा,
छत्रसाल बुंदेला जागे, पंजाबी कृपाण जगे,
दो दिन जिया शेर के माफिक, वो टीपू सुल्तान जगे ।
कनवाहे का जगे मोर्चा, जगे झाँसी की रानी,
अहमदशाह जगे लखनऊ का, जगे कुंवर सिंह बलिदानी,
कलवाहे का जगे मोर्चा, पानीपत मैदान जगे,
जगे भगत सिंह की फांसी, राजगुरु के प्राण जगे ।।
जिसकी छोटी सी लकुटी से (बापू ), संगीने भी हार गयी,
हिटलर को जीता वे फौजेे, सात समुन्दर पार गयी,
मानवता का प्राण जगे, और भारत का अभिमान जगे,
उस लकुटि और लंगोटी वाले, बापू का बलिदान जगे।
आजादी की दुल्हन को जो, सबसे पहले चूम गया,
स्वयं कफ़न की गाँठ बाँधकर, सातों भावर घूम गया,
उस सुभाष की शान जगे, उस सुभाष की आन जगे,
ये भारत देश महान जगे, ये भारत की संतान जगे ।।
क्या कहते हो मेरे भारत से चीनी टकराएंगे ?
अरे चीनी को तो हम पानी में घोल घोल पी जाएंगे,
वह बर्बर था वह अशुद्ध था, हमने उनको शुद्ध किया,
हमने उनको बुद्ध दिया था, उसने हमको युद्ध दिया ।
आज बँधा है कफ़न शीष पर, जिसको आना है आ जाओ,
चाओ-माओ चीनी-मीनी, जिसमें दम हो टकराओ
जिसके रण से बनता है, रण का केसरिया बाना,
ओ कश्मीर हड़पने वाले, कान खोल सुनते जाना ।।
रण के खेतो में जब छायेगा, अमर मृत्यु का सन्नाटा,
लाशो की जब रोटी होंगी, और बारूदों का आटा,
सन सन करते वीर चलेंगे, जो बामी से फन वाला,
फिर चाहे रावलपिंडी वाले हो, या हो पेकिंग वाला ।
जो हमसे टकराएगा, वो चूर चूर हो जायेगा,
इस मिटटी को छूने वाला, मिटटी में मिल जायेगा,
मैं घर घर में इन्कलाब की, आग लगाने आया हूँ,
हे भारत के राम जगो, मैं तुम्हे जगाने आया हूं ।। - 2
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हो सकता है मैं कभी प्रेम ना जता पाऊं तुमसे.. लेकिन कभी पीली साड़ी में तुम्हे देखकर थम जाए मेरी नज़र... तो समझ जाना तुम... जब तुम रसोई में अके...
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सभी ग्रामीणों से मेरी व्यक्तिगत राय। देश के एवं गांव के हित में मेरा छोटा सा सुझाव। विषय: कोविड-19 के संक्रमण को फैलने से रोकने ...
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प्यार में सेक्स करना जरूरी है??? ये एक ऐसा विषय है, जिस पर सभी लोगों की अलग अलग राय है। कुछ लोग सही मानते हैं तो कुछ लोग गलत। आज इस विषय पर...