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Friday, 8 May 2020

अच्छे विचार कोविड-19

आज पूरा विश्व कोरोना वायरस की वजह से लाकड़ौन में है।
देश के हालात दिन प्रतिदिन बिगड़ते जा रहे हैं।
मजदूर था वह मजबूर हो....रोजगार उससे दूर हो गया।

मै बेरोजगारी को बढ़ाते हुऐ। एक छोटा सा उपाय दे रहा हु ....

 21 हजार रूपये प्रति माह और 8 घंटे ड्यूटी कर के नगर सैनिक अपनी सेवा दे रहे है.

और पुलिस वाले 19500 रूपये प्रति माह से 24 घंटे अपनी सेवा दे रहे है।

और अभी भी अपने प्रदेश में पुलिस बल की कमी है।

तो सरकार से मेरा अनुरोध है।निवेदन। है ।कि क्यों न प्रदेश के बेरोजगार। सेवा देने के इच्छुक उम्मीदवार।पुलिस भर्ती मिलिट्री भर्ती की तैयारी करने वाली युवा बेरोजगार को नगर सैनिक में भर्ती करा कर 5 या 6 हजार रूपये प्रति माह दे कर । 8 घंटे अपनी सेवा अपने जिले में दे अस्थाई तोर पर कराई जाए। उनको नगर सैनिक की प्रशिक्षण भी दिया जाये।और प्रदेश को बल की कमी भी नही होगी और कानून व्यवस्था भी सही चलेगी और प्रदेश सरकार पर कोई भार भी नही आएगा।.....एक छोटी सी उम्मीद बडा सहारा बन संकती है।
यह हमारे देश के सच्चे देशभक्ति,युवा बेरोजगार।को फार्म भरने का मौका दिया जाए।


                     
                       सुनिल राठोड.
                    बुराहनपुर.बोदरली

झूठ भी बोला जाता है
और सच भी छुपाया जाता है
 जिंदगी जीने के लिए यहां
 हर रास्ता अपनाया जाता है

एक बाेतल शराब के लिए,
कतार मे जिंदगी लेकर खडा हाे गया,
             
माैत का डर ताे वहम था,
                आज नशा जिंदगी से बडा हाे गया  🍻

अगर शराब की दुकान खोलने से कोरोना फैलता है तो हम सरकार को कभी माफ नहीं करेगे
क्योंकि हम अच्छे नागरिक की तरह 2 महीने से लॉक डाउन का पूरी ईमानदारी से पालन कर रहे।

एक छोटी सी गलती पूरे लॉकडाउन को बिगाड़ सकती है


मजदूर था वह मजबूर हो
रोजगार उससे दूर हो गया।
सरहदें तो लगी थी अमीरो ने ईसमे
गरीब का क्या कसूर हो गया?


*"परिवार हो या संगठन"*
         *सफलता का राज....*
        *एक दूसरे के 'विचारों'*
              *को सुनना*
           *और.......*
         *सम्मान देना हैं...!!*

Be careful stay safe stay alert stay home.


Tuesday, 5 May 2020

कविता कोविड-19

मंदिर-मस्जिद बंद कराकर ,
लटका विद्यालय पर ताला !
सरकारों को खूब भा रही ,
धन बरसाती मधुशाला !! 😐

     डिस्टेंसिंग की ऐसी तैसी ,
     लाकडाउन को धो डाला !
     भक्तों के व्याकुल हृदयों पर
     रस बरसाती मधुशाला ।।😐

बन्द रहेंगे मंदिर मस्ज़िद ,
खुली रहेंगी मधुशाला।
ये कैसे महामारी है ,
सोच रहा ऊपरवाला।।😐

नशा मुक्त हो जाता भारत
तो कैसे चलती मधुशाला
व्यवसाय रुका है उन गरीबों का,
 जो नोट की जपते थे माला।।😐

नहीं मिल रहा राशन पानी,
मगर मिलेगी मधुशाला।
भाड़ में जाए जनता बेचारी,
दर्द में है पीने वाला।।😐

आपत्ति नहीं जताओ कोई,
खुलने दो ये मधुशाला।
कोराना मुक्त होगा भारत,
जब ठेके पर चलेंगे त्रिशूल और भाला।।😐

मेरी विनती है तुम सब से,
गर जाए कोई मधुशाला।
वापिस ना आने दो उसको,
तुम बंद करो घर का ताला।।😐

दुनिया है बरबाद,
और इन्हे चाहिए मधुशाला।
घर में ही रह लो पागल लोगो,
ना बचा पाएगा वो रखवाला।।😐

मंदिर मस्जिद बंद पड़े हैं,
मगर खुलेंगी मधुशाला।
ये कैसे महामारी है,
सोच रहा ऊपर वाला।।😐


        Taken from whatsapp

Monday, 4 May 2020

मैंने एक फूल से कहा...क़विता (Taken from whatsapp)

*मैंने एक फूल से कहा*:...

कल तुम मुरझा जाओगे:..!
*फिर क्यों मुस्कुराते हो* ..?
व्यर्थ में यह ताजगी ...
*किस लिए लुटाते हो* ..??

फूल चुप रहा...!!

*इतने में एक तितली आई* ..!
पल भर आनंद लिया ..!
*उड गई* ..!!

एक भौंरा आया..!
*गान सुनाया* ..!
सुगंध बटोरी..!
*और आगे बढ गया* ..!!

एक मधुमक्खी आई..!
*पल भर भिन भिनाई* ..!
पराग समेटा ..! और ...
*झूमती गाती चली गई* ..!!

खेलते हुए एक बालक ने ...
*स्पर्श सुख लिया* ..!
रूप-लावण्य निहारा..!
*मुस्कुराया*..! और...
खेलने लग गया..!!

*तब फूल बोला*:-----
मित्र: !
*क्षण भर को ही सही*:...
मेरे जीवन ने कितनों...
*को सुख दिया* ..!
क्या तुमने भी कभी..?
*ऐसा किया* ..???

कल की चिन्ता में ...
*आज के आनंद में* ...
विराम क्यो करूँ..?
*माटी ने जो* ...
रूप; रंग; रस; गंध दिए ..!
*उसे बदनाम क्यो करूँ*..?

मैं हँसता हूँ..! क्योंकि...
*हँसना मुझे आता हैं* ..!
मैं खिलता हूँ..! क्योंकि ...
*खिलना मुझे सुहाता हैं* ..!

मैं मुरझा गया तो क्या ..?
*कल फिर एक* ...
नया फूल खिलेगा ..!
*न कभी मुस्कान* रुकी हैं .. _नही सुगंध_ ...!!

*जीवन तो एक* सिलसिला है ..!
*इसी तरह चलेगा* :!!

जो आपको मिला है ...
*उस में खुश रहिये* ..!
और प्रभु का ...
*शुक्रिया कीजिए* ..!
क्योंकि आप जो ...
*जीवन जी रहे हैं* ...
वो जीवन कई लोगों ने ...
*देखा तक नहीं है*..!

खुश रहिये ..!
*मुस्कुराते रहिये* ..!
और अपनों को भी ...
*खुश रखिए* ..!
                                        व्हाट्सएप से लिया।
                                       Taken from whatsapp

 हो सकता है मैं कभी प्रेम ना जता पाऊं तुमसे.. लेकिन कभी पीली साड़ी में तुम्हे देखकर थम जाए मेरी नज़र... तो समझ जाना तुम... जब तुम रसोई में अके...